कांग्रेसी नेता का संरक्षण ,रेलवें ट्रैक से सटाकर कर रहा अतिक्रमण
अनोखी आवाज़ न्यूज़ सिंगरौली। जयंत से आशीष पाण्डेय/पंकज तिवारी की रिपोर्ट प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह का साफ शब्दों में फरमान है कि भू-माफियाओं ,गुंडों पर कार्यवाही की जाए लेकिन यह फरमान न जाने कब धरातल पर लागू होगा। सिंगरौली में लगातार भू-माफिया सक्रिय हो रहे है कई सफेद पोषकधारी भी इस खेल में शामिल है। दूसरा पहलू यह है कि एनसीएल की जमीनों पर अवैध कब्जा,निर्माण सहित तमाम खेल धड़ल्ले से चल रहा है चौकाने वाली बात यह है कि जो कार्य एनसीएल के जिम्मेदार अधिकारियों को करना चाहिए वो काम मीडिया को करना पड़ रहा है। बाबजूद एनसीएल के जिम्मेदार न जाने क्यों अतिक्रमणकारियों को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।
ताजा मामला नवानगर थाना अंतर्गत निगाही मोड का है जहा माजन-निगाही मोड़ रोड में गोमती टेंट हाउस ने एनसीएल की जमीन पर कब्जा कर आलीशान मैरिज गार्डन बनाकर बेखौफ अपना व्यवसाय चला रहा है। चर्चा है कि किसी कांग्रेसी नेता का भरपूर संरक्षण मिला हुआ है जिस कारण उसे न कार्यवाही का खौफ है न जुर्माने का।
अतिक्रमण पर एनसीएल के जिम्मेदार मौन
एनसीएल की निगाही सिक्योरटी का यह दोहरा रूप समझ के परे है। यदि कोई गरीब सर छुपाने के लिये अतिक्रमण करता तो एनसीएल सिक्योरिटी के साथ दर्जनों बड़े अधिकारी तुरंत सक्रिय हो जाते और जेसीबी सहित तमाम लोगो को लेकर घर,झोपड़ी ढहा देते लेकिन यह तो अमीरों और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त व्यक्तियों के लिए अलग ही कानून है। दिन के उजाले में गोमती टेंट हाउस का संचालक खुलेआम अवैध कब्जा कर अतिक्रमण कर रोजाना लाखों का धंधा कर रहा है। लेकिन इस पर एनसीएल के जिम्मेदारों की नजर नही पड़ रही है। अगर ऐसे ही जिम्मेदार नजरदाज करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब गोमती टेंट हाउस का संचालक रेलवे ट्रैक पर भी अपना अतिक्रमण करने में लग जाये जाएगा...?
संचालक को कांग्रेसी नेता का संरक्षण,अतिक्रमण पर कब चलेगा बुल्डोजर..?
गोमती टेंट हाउस का संचालक श्री कुशवाहा बेखौफ एनसीएल की जमीन हथियाने में लगा है। करोड़ो की बेल्डिंग तैयार कर अपने कारोबार को चला रहा है। एनसीएल के जिम्मेदारों का उधर से आना जाना भी होता है निर्माण के वक्त कई शिकायते भी हुई लेकिन परिणाम सबके सामने है। कार्यवाही न होने का कारण बताया जाता है कि किसी कांग्रेसी नेता का भरपूर संरक्षण है समय समय पर दरबार मे आशीर्वाद लेने पहुंचते रहता है। अब देखना यह होगा कि ऐसे सर हम वशीकरण कारी की ओर एनसीएल प्रबंधन की नजर कब पड़ती है..?कब चलेगा उसके आशियाने पर बुल्डोजर..?
शेष अगले अंक में