मुख्य सचिव से निवेदन किया गया है कि वे इस संबंध में जबलपुर कलेक्टर को निर्देश जारी करें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो एनजीटी की अवमानना मानी जाएगी। जिसके खिलाफ एनजीटी में अवमानना याचिका दायर की जाएगी। मंच ने एनजीटी में दायर जनहित याचिका में साफ किया था कि इस बार की क्रिसमस व न्यू इयर बिना शोर मनाए जाएं। यदि ऐसा न हुआ तो कोरोना संक्रमण के खतरे को पैर लग जाएंगे। संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ने से इन्कार नहीं किया जा सकता। इसलिए ठोस कदम आवश्यक है। लापरवाही घातक होगी। कोरोना वातावरण में प्रदूषण से भी फैलता है, यह ध्यान रखा जाए। इसकी दिशा में गम्भीरतापूर्वक विचार व कार्रवाई आवश्यक है।