वहीं सिंधु बॉर्डर समेत दिल्ली से सटे विभिन्न बॉर्डर पर किसान जमे हुए हैं। अब खाप पंचायतों ने भी किसानों का समर्थन कर दिया है। इस संबंध में गुरुवार को खाप पंचायतों की एक अहम बैठक होगी। बता दें इससे पहले सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन समाधान नहीं निकला है। किसान संगठन इस बात पर अड़े हैं कि तीनों कृषि बिल वापस लिए जाएं, वहीं सरकार कह रही है कि वह जरूरी संशोधन करने के लिए तैयार है लेकिन बिल किसी भी स्थिति में वापस नहीं होंगे। इस बीच पूरे मामले पर राजनीति भी जोरों पर है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर आरोप लगा चुके हैं।