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पश्चिम बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन?




 नोखी आवाज़। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही हिंसा की घटनाओं में इजाफा हो गया है। राज्य में कई बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याओं के बाद गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था। अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संविधान का पालन करना होगा। राज्यपाल के बयान के बाद आशंकाएं उठ रही हैं कि क्या चुनाव से पहले ही बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा। इसके पीछे एक वजह यह भी है, क्योंकि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के डीजीपी और मुख्य सचिव को कानून-व्यवस्था को लेकर समन भेजा है।

नड्डा के काफिले पर हमले के संदर्भ में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, ''पश्चिम बंगाल में दिन-ब-दिन कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। राज्य में भीतरी और बाहरी का खतरनाक खेल चल रहा है।'' उन्होंने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून का उल्लंघन करने वालों को पुलिस और प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है।''


'संविधान का करना होगा पालन'

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री को संविधान का पालन करना होगा। वह उससे अलग नहीं जा सकती हैं। राज्य की कानून-व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। उन्होंने हमले की घटनाओं को लोकतंत्र पर धब्बा बताया है। धनखड़ ने कहा, ''कल हुई घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने पर एक धब्बा हैं।'' इससे पहले, राज्यपाल धनखड़ ने गुरुवार को भी हमले पर चिंता व्यक्त की और कहा था कि राज्य प्रशासन उनकी चेतावनियों के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहा। राज्यपाल ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को इस बारे में आज सुबह 8.19 बजे तथा 9.05 बजे ही सतर्क किया था कि डायमंड हार्बर में बीजेपी की बैठक के दौरान कानून व्यवस्था संबंधी दिक्कत पैदा हो सकती है। 


नड्डा के काफिले पर फेंके गए थे पत्थर

पश्चिम बंगाल में कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले में जाने के दौरान डायमंड हार्बर इलाके में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को पत्थर फेंके गए। पथराव की घटना में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार में तोड़-फोड़ की गई थी। पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने बताया था, ''डायमंड हार्बर की हमारी यात्रा के समय तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया और नड्डा के वाहन तथा दूसरी गाड़ियों पर पत्थर फेंके। यह तृणमूल कांग्रेस का असली रंग दिखाता है।''