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प्रदेशभर में टीकाकरण के लिए बनेंगे 273 कोल्ड चेन सेंटर




नोखी आवाज। राज्य के हर क्षेत्र में कोरोना की वैक्सीन पहुंचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके तहत राज्य में 273 कोल्ड चेन सेंटर चिह्नित किए गए। फार्मास्यूटिकल कंपनी से अस्पतालों तक वैक्सीन की सुरक्षित पहुंच के लिए कोल्ड चेन की मजबूती पर फोकस किया जा रहा है। 

केंद्र सरकार राज्य को पहले चरण में 20 लाख कोरोना वैक्सीन देने जा रही है। जनवरी की शुरूआत से टीकाकरण की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि, वैक्सीन को लोगों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए 273 कोल्ड स्टोर सेंटर बनाए जाएंगे। इनसे अस्पतालों या टीकाकरण बूथ तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी।

देहरादून में राज्य का सबसे बड़ा स्टोर बनाया जा रहा है। इस सेंटर में लाखों की संख्या में वैक्सीन रखने की क्षमता होगी। इसके बाद यूएसनगर, अल्मोड़ा, श्रीनगर में तीन बड़े रीजनल सेंटर बनाए जा रहे हैं। खासकर अधिक आबादी को देखते हुए हरिद्वार के स्टोर पर फोकस किया जा रहा है। 


छह चरणों में पहुंचेगी वैक्सीन
फार्मा कंपनी से लेकर लोगों तक वैक्सीन छह चरणों में पहुंचाई जाएगी। वैक्सीन के लिए क्या तापमान रहेगा यह टीके पर निर्भर करेगा। लेकिन, अभी सरकार की ओर से  से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान रखने की व्यवस्था की जा रही है।

अफसरों ने बताया कि वैक्सीन फार्मा कंपनी की यूनिट से हवाई जहाज के जरिए प्राइमरी स्टोर तक पहुंचेगी। जहां से रेफ्रिजिरेटर वैन के जरिए स्टेट स्टोर तक पहुंचाया जाएगा।

यहां से वैक्सीन रीजनल स्टोर और फिर वैन से जिले के स्टोर तक पहुंचेगी। जहां  से वैक्सीन प्राइमरी हेल्थ सेंटर और वैक्सीन कैरियर के जरिए सब सेंटर तक पहुंचाई जाएगी। 



केंद्र कोल्ड चेन मजबूत करने को देगा मदद 
राज्य में कोल्ड चेन को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार भी मदद देगी। केंद्र सरकार की ओर से राज्य को 187 आईएलआर जबकि 27 डीप फ्रीजर दिए जा रहे हैं। जबकि राज्य सरकार की ओर से केंद्र से 415 आईएलआर और 27 अन्य डीप फ्रीजर की मांग की जा रही है। इसके अलावा कोल्ड चेन को मजबूत रखने के लिए सभी तरह के स्टोर में वाकिंग कूलर भी रखे जाएंगे। 


स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई योजना के अनुसार कोरोना टीकाकरण के लिए चुनाव की तरह मशीनरी उपयोग में लाई जाएगी। इसके लिए अलग अलग क्षेत्रों में बूथ बनाए जाने हैं। एक बूथ में 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। एक बूथ में दो वैक्सीनेटर और दो डीईओज तैनात किए जाएंगे। हर बूथ में पीने के पानी, इंटरनेट सुविधा भी होगी। एक बूथ तीन कमरों का होगा। जिसमें वेटिंग एरिया, वैक्सिनेशन एरिया और ऑब्जरवेशन एरिया बनाया जाएगा।