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दो खेमो में विभक्त होती दिख रही SINGRAULI BJP


अनोखी आवाज़ न्यूज़। यूं तो कांग्रेस की गुंटबाजी से हर कोई वाकिब है लेकिन अब गुंटबाजी भाजपा में भी शुरू हो गई है। हालांकि जिस तरह से कांग्रेस गुटबाज़ी को स्वीकारने को तैयार नही है वैसे ही भाजपाई भी भला इतनी सहजता से कहा स्वीकारने वाले है। लेकिन इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला भोपाल पार्टी कार्यालय में एक बैठक के दौरान।


जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय भोपाल द्वारा सभी जिलों से आगामी चुनाव,आजीवन सदस्यता निधि सहित संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा हेतु एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जहाँ सिंगरौली जिले से करीब एक दर्जन पार्टी पदाधिकारी कुछ भूतपूर्व कुछ वर्तमान शामिल हुए। लेकिन उक्त मीटिंग में जिलाध्यक्ष अकेले नजर आए वही चर्चा है कि दूसरे खेमे के लोग एक साथ मजबूती के साथ खड़े दिखाई दिए। शोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों में भी साफ स्पष्ठ हो रहा है सिंगरौली भाजपा दो खेमो में विभक्त है। ज्ञात हो कि सिंगरौली जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल जिले में हमेशा ही पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से घिरे रहते है वही भोपाल जाकर कुछ अकेले से नजर आए। हालांकि भाजयुमो का पूर्व नेता पुनीत शुक्ला ने तो अपने फेसबुक एकाउंट पर पूर्व जिला अध्यक्ष रामनिवास शाह, गिरीश द्विवेदी,शीर्षकान्त देव सिंह, राजेंद्र मेश्राम, रमापति जसवाल की तस्वीरें साझा करते हुए यहां तक लिख दिया कि सिंगरौली के सभी सम्मानिय धुरंधर एक साथ अब तेरा क्या होगा कालिया...? हालांकि यह किसको लिखा यह कहना ठीक नही है लेकिन समझदार लोगो को लगता है इशारा कर ही दिया। दूसरी ओर जिलाध्यक्ष ने भी अपने फेसबुक पर पोस्ट दागते हुए लिखा कि " जीवन के कुछ संबंध ऐसे होते हैं जो किसी पद या प्रतिष्ठा के मोहताज नहीं होते वह स्नेह और विश्वास की बुनियाद पर टिके होते हैं"
हालांकि इनके पोस्ट से भी कुछ खास स्पष्ठ नही हो सका। लेकिन एक बात तो तय है इस पोस्ट से कुछ संदेश देना चाहते थे...उनका संदेश वही जाने लेकिन एक बात तो धीरे-धीरे साफ होती दिख रही है कि अब भाजपा भी दो खेमो में विभक्त होती दिख रही है। अध्यक्ष के साथ पूर्व मंडल अध्यक्ष सुंदर शाह डंटे रहे और समय निकालकर अन्य लोगो के साथ भी फ़ोटो खिंचाई लेकिन जिलाध्यक्ष उन तस्वीरों में कही नजर नही आये।