Subscribe Us

singrauli news- युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने नेहरू अस्पताल के गेट पर दिया धरना

डॉक्टर को बर्खास्त करने की उठी मांग,नेहरू मेन गेट पर घंटों चला धरना प्रदर्शन 


नोखी आवाज़ सिंगरौलीनेहरू अस्पताल  मे आए दिन विवाद की स्थिति की पुनरावृति हो रही है। बार-बार डॉक्टरों की लापरवाही पर गंभीर आरोप लग रहें है। मरीज की मौत के बाद  नाराज परिजन धरना प्रदर्शन कर जिम्मेदारों के पास लिखित शिकायत कर जाँच की मांग करते है। पुलिस आती है मामला शांत करा कर रवाना हो जाती है। ये एक नियम सा बनता जा रहा है, लेकिन बदहाल व्यवस्था में किसी भी तरह का सुधार नही हो पा रहा है। शिकायत के बाद भी आखिर मामलें की जांच क्यों नहीं होती है। टीम गठित कर जांच करानी चाहिए जिससे सत्यता सभी के समक्ष हो और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। ऐसी ही नेहरू की बदहाल व्यवस्था से जुड़ा एक और मामला संज्ञान में आया है बताया गया कि बीते 26 सितंबर को प्रितपाल सिंह पिता- पपिंनदर सिंह उम्र 23 वर्ष, निवासी-खड़िया शक्तिनगर को नेहरू अस्पताल उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान भर्ती वाले रात्रि मौत हो गई थी। जिसे परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की लिखित शिकायत जिला कलेक्टर को अवगत कराया था। कलेक्टर ने उचित जाँच के लिए 10 दिनों का आश्वासन दिया था। लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद उचित निष्कर्ष नही निकला। जिससे गुस्साए परिजनों ने नेहरू गेट पर धरना कर डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग की। वही मौके पर जयंत पुलिस पहुंच कर शांत कराने में जुटी रही।



डॉक्टर पर लगे गम्भीर आरोप,निलंबित करने की उठी मांग


युवक की मौत हो जाने के बाद बीते मंगलवार को परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र लेने नेहरू अस्पताल गयें। जहा डॉक्टर  ने परिजनों के साथ बदसलूकी कर गाली गलौज किया। वहीं परिजनों ने डॉक्टर की कृत्य से नाराज होकर अस्पताल के गेट पर धरने के लिए बैठ गए। नाराज परिजनों ने डॉक्टर विनोद वैश्य का बाकायदा किलर डॉक्टर के नाम से पोस्टर बनाकर जमकर नारेबाजी कर  तत्काल निलंबित करने की मांग की है। हालांकि जांच का विषय है। सत्यता जाँच के बाद सभी के समक्ष आ सकेगी।


पुलिस के समझाइस के बाद शांत हुआ आक्रोश


नेहरू अस्पताल में आए दिन हंगामे होते हैं जिसे तरह-तरह के सवाल उठना तो लाजमी है। कभी लापरवाही का आरोप तो कभी अस्पताल की बदहाली पर आखिर ऐसा कब तक चलता रहेगा....? वहीं बीते दिनों पूर्व मृतक के परिजनों ने घंटों नारेबाजी कर विरोध कर डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग की है। नेहरू सीएमओ विवेक खरे ने धरने ओर बैठे परिजनों के समक्ष आकर युवक की मृत्य के पूरे मामले को अवगत करा कर समझाइश दी। लेकिन परिजनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। जिसे परिजनों ने सीएमओ की बात को इंकार कर अपनी मांग पर जमे रहे। अंत में जयंत चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह ने डॉक्टर के खिलाफ एक एक बिंदु पर जांच का आश्वासन दिया। जिससे धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।