स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास समीक्षा बैठक सम्पन्न
अनोखी आवाज सिंगरौली।कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना द्वारा स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक में निेर्देशित किया गया कि सभी योजनाओं के शतप्रतिशत पात्र हितग्राहियों को लाभ दिया जाना सुनिश्चित करें उन्होने स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा सिंगरौली जिले आकांक्षी जिलों की श्रेणी में रखा गया है, अत: जिले के लिए निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त करना अनिवार्य है, महिलाओं एवं बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं का शीघ्र पंजीयन एवं गर्भावस्था के समय चार जॉच,आयरन फोलिक एसिड का वितरण, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, जन्म के तुरन्त बाद स्तनपान तथा छ: माह तक केवल मॉ का दूध का सेवन कराना एवं मॉ का दूध के साथ समुचित उपरी आहार जारी रखना है । इस आशय की समझाईस प्रत्येक हितग्राही को अच्छी तरह से दी जानी चाहिए।
कलेक्टर श्री मीना ने स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभागका मैदानी अमला यह सुनिश्चित करें कि बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिश टीकाकरण किया जाय कोई भी हितग्राही छूटना नहीं चाहिए इसके लिए दोनो विभागों की क्षेत्रीय कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वेक्षण कार्य करें।
कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि अति कुपोषित बच्चों को जिले के नजदीकी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती करना सुनिश्चित करें तथा दोनों विभाग संयुक्त रूप से कार्य योजना तैयार करें कि अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए किस तरह से कार्य करना होगा। पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कराये जाने वाले बच्चों के अभिभावकों को शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी जाय। पर्यवेक्षक तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी स्वयं हितग्राहियों से सम्पर्क शासन द्वारा प्रदाय किये जा रहे लाभ की जानकारी देवे।
महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित करते हुए श्री मीना ने कहा कि 11 से 14 वर्ष की शाला त्यागी किशोरी बालिकाओं का शाला में प्रवेश दिलाने का कार्य किया जाय, बाल विवाह रोकने के संबंध में आवश्यक कदम उठाये जाये आम जनमानस को बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भलिभॉति जानकारी दी जाय।
जिले में 1 सितम्बर से 30 सितम्बर से चलाये जा रहे पोषण माह के दौरान आम जनमानस को स्थानीय खाद्य प्रदार्थो के उपयोग तथा खाद्य विविधता के संबंध में जानकारी दी जाय। जिससे की ग्राम, ग्राम पंचायत तथा विकासखण्ड एवं जिले को कुपोषण मुक्त किया जा सके।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर सम्पदा सर्राफ, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास प्रवेश मिश्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एन0के0 जैन, डॉ0 राहुल सिंह, डॉ0 भूपेन्द्र सिंह, डॉ महेन्द्र पटेल, डॉ0 सी0एल0 सिंह, मलेरिया अधिकारी नागेन्द्र सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविन्द सिंह चन्देल, राजेन्द्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र साकेत, सतेन्द्र सोधियॉ, स्वस्थ्य भारत प्रेरक सुश्री शिक्षा दास सहित दोनो विभागों के पर्यवेक्षक उपस्थित रहीं।