अतिक्रमण की रफ्तार तेज,दुधिचुआ सिक्योरटी को भनक तक नही
अनोखी आवाज सिंगरौली। एनसीएल की जमीन पर रोजाना नए अतिक्रमण तो आम बात हो गई है। बड़े से बड़े लोग लालच में आकर अतिक्रमण करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसा ही अतिक्रमण से जुड़ा एक आश्चर्यचकित मामला प्रकाश में आया। जहां युवक ने सरकारी तालाब पर मकान बना दिया। मामला चर्च बस्ती का है। जहां वर्षों पुराना तालाब अतिक्रमण की चपेट में आना शुरू हो गया है। लोगों ने बताया कि वर्षों पुराना तालाब है एक तरफ से सरकारी भी कहा जा सकता है। एक बात तो तय है जिस तरह से अतिक्रमणकारी सक्रिय होकर अतिक्रमण कर रहें है। उसे साफ प्रतीत हो रहा दिख रहा है कि सिक्योरटी की भूमिका संदिग्ध है।
किसके संरक्षण में तलाब पर हो रहा अतिक्रमण
अभी तक तो खुली जमीन,जंगलो में अतिक्रमण होता था। लेकिन अब तो सरकारी तालाब भी नहीं छोड़ रहे हैं। जयंत निवासी हनी सिंह नामक युवक ने अपने दबंगता व सांठगांठ से तालाब पर मकान बना तो बना दिया। लेकिन एक बात समझ नहीं आती कि तालाब पर मकान बनाने का परमिशन किसने दिया। तालाब पर अतिक्रमण को लेकर चारों तरफ चर्चा हो रही है। लेकिन सप्ताह बितनें के बाद भी जिम्मेदार कार्यवाही न कर नजरअंदाज कर रहें है।
दुधिचुआ सिक्योरटी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में
एनसीएल के दुधिचुआ परियोजना की सिक्योरटी आये दिन अपनें कारनामों के लेकर सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं। बीतें दिन दुधिचुआ के प्राइवेट सुरक्षा गार्ड का बैरियर पर वसूली का कारनामा सभी के जुवानों से हट नही रहा हैं। एनसीएल की जमीन जो दुधिचुआ के अंतर्गत आती है। उसमें इन दिनों अतिक्रमण का खेल जोरों पर चल रहा है। अतिक्रमण की भनक सिक्योरटी को नही हैं। लेकिन सिक्योरटी करें भी क्या जब गांधी जी के गुलाबी नोट लुभा गयी हैं। तो कार्यवाही की क्या जरूरत....? देखना यह होगा कि खबर के बाद क्या सिक्योरिटी ऐसे अतिक्रमण पर कार्यवाही करती है या फिर अमुक दर्शक बनी रहेगी।