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SINGRAULI NEWS-खबर के बाद भी सिक्योरिटी की नही टूटी कुम्भकर्णी नींद

कही सिक्योरिटी के जिम्मेदार तो तालाब पर नही करवा रहे अतिक्रमण..? लगातार जारी है निर्माण कार्य



गुलाबी नोट उड़ाने वाला अतिक्रमणकारी बेखौफ,लोगो मे सिक्योरिटी की कार्यप्रणाली को लेकर तरह तरह की चर्चा...?


 


 


अनोखी आवाज़ सिंगरौली। एनसीएल की जयन्त और दूधिचुआ परियोजना में इन दिनों खाली पड़ी जमीनों पर अवैध कब्जा करने का कारोबार बड़ी तेजी से फल फूल रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से एनसीएल प्रबंधन ने सिक्योरिटी गार्ड लगा रखे हैं लेकिन यह गार्ड सुरक्षा देने की बजाय अतिक्रमणकारियों के साथ खड़े होकर उनका निर्माण करवाते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था में लगे सिक्योरिटी गार्डो द्वारा एक रेट तय किया जाता है और फिर शुरू होता है। नींव भरने का अलग रेत...बाउंड्री बाल का अलग रेट इसी तरह छत सहित तमाम निर्माण कार्यो के लिए अलग अलग रेट तय किया गया है। ऐसे ही एक अवैध निर्माण कार्य का मामला सामने आया है जहाँ चर्चा है कि सिक्योरिटी ने तय शुदा वादे के अनुसार कार्य करवा रही है। तालाब पर अतिक्रमणकारी हावी होकर अतिक्रमण कर रहे हैं। बीते मंगलवार को अतिक्रमण की खबर प्रकाशित कर जिम्मेदार को अवगत कराया गया लेकिन जिम्मेदार बे-खबर बने बैठे हैं। जिससे अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद है। 


 


दिन के उजाले में हो रहां अतिक्रमण,सिक्योरिटी दे रही पहरा..?


 


एनसीएल की खुली जमीनों पर नजर जातें ही अतिक्रमणकारी साठ-गांठ बना कर आशियाने तनने में मसगुल हो जातें हैं। ऐसे ही एक बार पुनः देंखने को मिला खुलेआम बर्षो पुराने जैतपुर पहुँच मार्ग के तालाब पर अतिक्रमण का खेल जारी है। जब कोई सज्जन अवैध निर्माण के खिलाफ शिकायत करता है। तो जिम्मेदार पहुँच कर अपना हिस्सा बता कर रवाना हो जातें है। और दिन के उजालें में अतिक्रमण सफल हो जाता है। आये दिन अतिक्रमण की शिकायत दुधिचुआ सिक्योरटी को दी जाती है लेकिन सिक्योरटी कार्यवाही न कर पहरा देने का कार्य करती है। 


 


एसआई की भूमिका संदिग्ध,


 


एनसीएल की दुधिचुआ सिक्योरटी आये दिन अपने कारनामें को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। बीतें दिनों पूर्व बैरियर पर वसूली करते सुरक्षा गार्ड का मामला सभी की जुवां पे बना हुआ है। सूत्र बतातें है कि दुधिचुआ में तैनात सिक्योरटी के सब इंस्पेक्टर अतिक्रमण के खेल में संलिप्त रहते है। दुधिचुआ से पहले जयंत में भी साहब ने नाम कमाया था। हालांकि जांच के बाद पूरे मामले से पर्दा उठेगा। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि एनसीएल प्रबंधन द्वारा गरीबो के अतिक्रमण पर बुलडोजर चला दिया जाता है और रसूखदारों पर कार्यवाही करने की बजाय मूकदर्शक की भूमिका में नजर आते है।


 


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