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SINGRAULI NEWS-बैक डोर से इंडोर हुआ बरसात का पानी,एनसीएल कर्मीयों में आक्रोश

जलमग्न हुई निगाही सेक्टर 10 की कॉलोनी,बदहाली का वीडियो शोशल मीडिया पर हुआ वायरल



नोखी आवाज सिंगरौली। बरसात होती है लोग भींगने के डर से घरों में प्रवेश या सर छुपाने वाली जगह पर जातें है। लेकिन एनसीएल निगाही कॉलोनी निवासी बरसात होनें पर बहार निकलतें है। ऐसा इसलिए क्योंकि घरों में बरसात का पानी भर जाता है। जिले में स्थापित कंपनी नार्दन कोलफील्ड्स लिमिटेड फिजूल के खर्चों से आये दिन चर्चायों में बनी रहती है। लेकिन शर्म की बात ये है कि इतना खर्च के बाद भी बदहाली बरकरार है। बीते दिनों पूर्व बरसात से निगाही परियोजना के सेक्टर नंबर 10 की कॉलोनी में पीछे के दरवाजे से बरसात का गंद पानी घरों के भीतर प्रवेश हो गया। घरों में रखा सामान पानी की जद में आकर खराब हो गया। बताया जाता है कि पूरी कॉलोनी जलमग्न हो गई। लोगों ने लापरवाही का नजाऱा कैमरें में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर एनसीएल के जिम्मेदारों की जमकर किरकिरी की साथ-साथ कॉलोनी में रह रहें एनसीएल कर्मियों ने भारी आक्रोश जताया।


 


कॉलोनी मेंटेनेंस के नाम पर गड़बड़झाला,होनी चाहिए जांच


 


एनसीएल प्रबंधन के तरफ से लाखों करोड़ों रुपए कॉलोनी परिसर के मेंटेनेंस के नाम पर निविदाएं निकलवाई जाती हैं। कॉलोनी में साफ-सफाई नाली निर्माण के नाम पर टेंडर के तहत लाखों का निर्माण कार्यं होता है। लेकिन जब कॉलोनी परिसर में नाली का निर्माण हुआ है, तो बरसात का पानी घरों के भीतर कैसे प्रवेश हो गया..? आखिर इस बदहाली का दोषी किसे ठहराया जाया..? कॉलोनी निवासी एनसीएल कर्मियों ने आवाज उठा कर इस बद्दतर स्तिथि को ठीक कराने के साथ-साथ लाखों करोड़ो रूपये जो कॉलोनी खर्च के नाम पर फिजूल बहाया गया है। उसकी जाँच की मांग की है। 


 


जिम्मेदारों को अवगत कराने के बाद भी नहीं टूटी नींद


 


निगाही कॉलोनी परिसर के सेक्टर 10 में बीते दिनों से कॉलोनी जलमग्न हो गई थी। रहवासियों ने बताया कि पूर्व में भी चुका है। जिसकी शिकायत संबंधित विभाग में की गई थी। लेकिन परिणाम आज तक नहीं निकला। जिससे स्थिति की पुनरावृति हो गई और घरों में बरसात का पानी इंडोर हो गया और घरों में रखा सामान भी पानी की जद में आकर बेकार हो गया। अब देखना यह होगा कि एनसीएल प्रबंधन अपने ही नाराज कर्मचारियों को किस तरह से मनाता है। हालांकि जिस तरह से बदहाली का आलम है उसे देखकर कर्मचारियों का नाराज होना लाजमी है।