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SIDHI-SINGRAULI-भगवान जाने कब तक मे एनएच 39 का काम होगा पूर्ण..?

राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर लगा ग्रहण,मुसाफिरों को फजीहत, आवागमन बाधित,



 


बंद होने की कगार पर सीधी-सिंगरौली मार्ग,जनप्रतिनिधियों ने साधी चुप्पी


 


भाजपा नेता गिरीश द्विवेदी ने तोड़ी चुप्पी, शोशल मीडिया पर जताई आपत्ति



 


अनोखी आवाज़ न्यूज़ सिंगरौली। सीधी-सिंगरौली मार्ग यानि एनएच 39 जो अब पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर बंद होने की कगार पर है। जाहिर सी बात है कि मुख्य मार्ग जब बंद हो जाएगा ऐसी स्थिति में सिंगरौली जिले के विकास की गाड़ी भी बंद हो जाएगी। मार्ग की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि मार्ग में चलना मुश्किल है। इसका परिणाम यह निकल रहा है कि जिले के विकास की रफ्तार भी कम हो गई है।


अत्यंत महत्वपूर्ण मार्ग जिसे बहुत पहले ही दुरुस्त कर देना था। लेकिन दिन प्रतिदिन मार्ग की हालत बद से बदतर होती रही और जिम्मेदार लोग तमाशा देखते रहे। यह जर्जर मार्ग ना जाने कितनी जिंदगी निकल चुका है। फिर भी जिले की जनप्रतिनिधियों को तरस नहीं आता और यहाँ के जनप्रतिनिधि और सत्ताधारी पार्टी सहित राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं को इस मार्ग से गुजरना ही बंद कर दिए हैं। या तो वे हवाई मार्ग से जिले का भ्रमण करते हैं या फिर रुट ही बदल दिया है। जिस तरह से जिले के प्रतिनिधियों को मार्ग की आवाज उठाते नहीं देखा। इससे यह साबित होता है कि कहीं न कहीं सिंगरौली जिले में नेतृत्व क्षमता की कमी या फिर जिले की जनप्रतिनिधि उदासीनता बरत रहे हैं...?


सड़क की दुर्दशा हालत पर एक नजर


सड़क की हालत पर प्रकाश डाला जाए तो शब्द ही कम पड़ जाएंगे क्योंकि NH-39 सीधी सिंगरौली मार्ग में कहीं-कहीं तो सड़कें ही गायब हो चुकी हैं। प्रमुख रूप से सीधी जिला के गोपद पुल के आस-पास जहां कर्रथुआ से देवसर तथा देवसर से झुरही तक सड़क गायब हो चुकी हैं। इन जगहों पर आये दिन छोटे से लेकर बड़े सड़क हादसे होते रहते हैं। जानकारी के अनुसार करीब 7 वर्ष पूर्व इस सड़क में फोरलेन के निर्माण का भूमिपूजन शिवराज सिंह चौहान ने किया था। लेकिन न जाने...? किस नक्षत्र में इस मार्ग का भूमिपूजन किया कि आज तक ग्रहण लगा हुआ है।


 


https://anokhiaawaznews.page/article/apano-ne-diya-hai-dhokha-gairo-se-shikaayat-kya-/ovDv95.html


 


गिधेर-बड़ोखर मार्ग की लेनी पड़ती है सहायता


लॉक डाउन के पहले सीधी से सिंगरौली व सिंग़रौली से सीधी के लिए करीब सेकड़ो बसों का आवागमन होता था। जिससे प्रत्येक बसों को एनएच 39 से गुजरना पड़ता है। लेकिन जब सीधी-सिंगरौली मार्ग में जब जाम लग जाता है तो चालक को गिधेर-बड़ोखर के प्रधानमंत्री वाली सड़को आना जाना होता है। प्रधानमंत्री मार्ग सकरी होने से काफी परेशानी होती है। अब तो बात स्पस्ट हो गई है बरसात ने भी दस्तक दे दिया हैं अगर मार्ग का निर्माण नही हुआ। तो बड़ी दुर्घटना हो सकती हैं.....जिसकी जिम्मेदारी जन प्रतिनिधियों,और प्रसाशन को होगी। ऐसा हम नही कह रहे बल्कि यात्री कह रहे है।


जनप्रतिनिधियो ने सिर्फ कागजों में किया प्रयास


सांसद रीती पाठक के 6 वर्ष के कार्यकाल के बाद भी मार्ग की हालत में कोई सुधार नही आया। इसे सांसद के लापरवाही कहे या नाकामी जो भी है...? लेकिन ऐसे में तो वो दिन दूर नही जब जनता विरोध के लिए सड़को पर उतरने को मजबूर हो जाये...? इस मार्ग को दुरुस्त करने के लिए आज तक किसी ने भी प्रयास नहीं किया ना तो जिले के एक भी जनप्रतिनिधि ध्यान दिये न समाजसेवी न नेता। किसी ने यदि किया भी तो सिर्फ कागजों में।


भाजपा नेता गिरीश द्विवेदी ने उठाई आवाज


नेशनल हाइवे की बदहाली पर अब तक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि कन्नी काटते नजर आए,सवाल पूछे जाने पर कागज का हवाला देते रहे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरीश द्विवेदी इस बदहाली पर ज्यादा दिन मौन नहीं रह सके और सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध जताया। हालांकि यह पहला मौका है जब कोई भारतीय जनता पार्टी का नेता नेशनल हाईवे को लेकर सोशल मीडिया पर इस तरह की बात लिखी है। अब देखना यह होगा कि अपनी ही सरकार में नेशनल हाईवे के मुद्दा उठाने पर शीर्ष के नेता इस बात को कितनी गंभीरता से लेते हैं।