Subscribe Us

संभागायुक्त श्री चौधरी ने मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय सुविधाओं के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा

अनोखी आवाज जबलपुर । श्री महेश चंद्र चौधरी ने आज मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों के साथ मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की डीन व चिकित्सक सहित निर्माण एजेंसी के अधिकारी उपस्थित थे।



बैठक के दौरान श्री चौधरी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण व बचाव के लिए हर संभव प्रयास करें । मेडिकल कॉलेज के आईसीएमआर लैब में कोरोनावायरस के जांच के जो पेंडेंसी है उसे दूर करें। जांच में पेंडेंसी को देखते हुए उन्होंने कहा कि जबलपुर के सैंपल अब प्राइवेट लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे,इसके साथ ही छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज में अब लैब शुरू हो चुका है वहां बालाघाट व छिंदवाड़ा के सैंपल की जांच होगी और बाकी जगहों से जो सैंपल आना है उनके चार्ट बनाने के निर्देश दिए ।उन्होंने हॉस्पिटल की चिकित्सीय व्यवस्था के बारे में चर्चा कर कहा कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों के बढ़ते दबाव को दृष्टिगत रखते हुए सीरियस मरीज को ही मेडिकल कॉलेज भेजने के लिए कहा। सामान्य मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजने के निर्देश दिये।


उन्होंने विशेष रूप से कहा कि जो-जो प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान योजना से जुड़े हैं उन्हें भी कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति का इलाज करना है, वे उनके इलाज के लिए मना नहीं करें। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की समीक्षा के दौरान एचओडी माइक्रोबायोलॉजी ने जानकारी दी कि अभी भर्ती मरीजों में तेजी से सुधार हो रहा है,204 व्यक्ति डिस्चार्ज हो चुके हैं,60 मरीज भर्ती हैं अभी रिकवरी रेट 70% के आसपास है। श्री चौधरी ने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों की जांच प्राथमिकता से किया जाये।



चिकित्सीय व्यवस्थाओं के समीक्षा के बाद मेडिकल कॉलेज परिसर में किये जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुये पी.आई.यू.के अधिकारियों से कहा कि वे कार्य पूरा करने के लिए एक समय अवधि निश्चित करें और कैंपस के अंदर निर्माण सामग्री को अस्त-व्यस्त न डालें, कोई भी काम सावधानी से करें, ताकि केबल न कटे। बैठक में मेडिकल कॉलेज के आउटर गेट बनाने के संबंध में भी चर्चा हुई।


बैठक में सभी डॉक्टर व अधिकारियों ने कोरोना के संक्रमण चैन तोड़ने के लिये संडे लॉकडाउन को कारगर बताते हुये सलाह दी कि इसे और प्रभावी बनाने के साथ इसे दो दिन करने को कहा।