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भोपाल शहर में कचरा प्रबंधन में सुधार के लिए नगर निगम ने सख्त आदेश देते हुये कहा ......

भोपाल। शहर में कचरा प्रबंधन में सुधार के लिए नगर निगम ने सख्ती बरतने की तैयारी कर ली है। कचरा कलेक्शन के काम में लगे कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि शहर से गीला-सूखा कचरा अलग-अलग ही लिया जाए।



 


लापरवाही करने वालों को दो बार समझाइश दी जाए, इसके बाद जुर्माने की कार्रवाई की जाए। यह कार्रवाई भी अभियान के तौर पर होनी चाहिए। निगमायुक्त वीएस चौधरी कोलसानी ने रविवार सुबह बैरागढ़ कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर सफाई कर्मचारियों, कचरा वाहन ड्राइवरों व हेल्परों से संवाद किया।


बीतों दिनों हुए निरीक्षण के दौरान अधिकरियों को गीले-सूखे कचरे को लेकर शहर में सुस्ती दिखाई दे रही थी। रहवासी भी गीला-सूखा कचरा एक साथ ही सफाई कर्मचारियों को दे रहे हैं। उधर, सफाई कर्मचारी भी बिना टोके घर-घर जाकर कचरा एकत्रित करते हैं। लिहाजा नगर निगम की व्यवस्थाएं भी बिगड़ रही हैं। बीते साल स्वच्छता सर्वेक्षण में सख्ती के चलते कुछ हद तक सुधार हुआ था, लेकिन बीते पांच-छह माह से कचरा प्रबंधन निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। निगमायुक्त ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि चार दिनों में गीले-सूखे कचरे को लेकर सुधार लाएं। किसी भी वार्ड में गीला-सूखा कचरा एक साथ नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा हुआ तो आप पर भी कार्रवाई की जाएगी।


उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शहर में प्लास्टिक वेस्ट के सेग्रीगेशन में सुधार की जरूरत है। शहर के सार्वजनिक स्थानों पर प्लास्टिक वेस्ट कैसे दिखाई दे रहा है। उन्होंने अभियान के तौर पर प्लास्टिक वेस्ट को लेकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बता दें कि शहर में रोजाना करीब 120 टन प्लास्टिक वेस्ट निकलता है।


 


ऑनलाइन एंट्री


कर्मचारियों की मनमानी पर रोक के लिए अब लॉगबुक में ऑनलाइन एंट्री की जाएगी। निगमायुक्त ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसमें कचरा वाहनों के ट्रिप का भी पूरा ब्यौरा होगा। साथ ही कचरा सेग्रीगेशन से संबंधित जानकारी दर्ज की जाएगी। अब तक यह काम फाइलों में (मेनुअल) किया जाता है। 


निगमायुक्त ने कहा कि कचरा प्रबंधन को लेकर मॉनीटरिंग भी की जा रही है। इसकी रोजाना रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अच्छे काम करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कार व लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई व वेतन कटौती की जाएगी। इस दौरान अपर आयुक्त शाश्वत सिंह मीणा, उपायुक्त हर्षित तिवारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।