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अपनो ने दिया है धोखा गैरो से शिकायत क्या.?

अनोखी आवाज@खरी-खरी


 


..✍🏻नीरज द्विवेदी "राज"


           


आज तो मैं खरी-खरी कहता हूं,बुरा नही लगना चाहिए,क्योंकि मैं जो देखता और सुनता हूं वहीं कहता हूँ यदि फिर भी बुरा लगता है तो मैं क्या करूँ...?


 



 


शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ रीवा ..सीधी.. सिंगरौली से किसी भी विधायक को टीम में स्थान नही मिला..सबकी अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के कारण मन्त्रिमण्डल के इस खेल में शिवराज ने सबको मैदान से बाहर कर 28 की नई टीम तैयार कर ली..सबको किनारे करते हुए विभीषण के लोगों को ज्यादा तबज्जो दिया गया.


बाकियो के साथ जो हुआ वो बेहद दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण रहा लेकिन हम तो आज चर्चा करेंगे राजनीतिक के चाणक्य (हम ऐसा नही मानते) कहे जाने वाले सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य की...शिव के करीबी माने जाने वाले राम को भी हताशा हाथ लगी...कभी दूसरों को कुर्सी दिलाने वाले आज खुद मंत्री की कुर्सी नही पा सके।


 


विधायक़ी की हैट्रिक लगाने वाले रामलल्लू वैश्य के "दिल के अरमानों पर शिव ने पानी फेर दिया। कोरोना जैसे महामारी में और इस उम्र में भी कई बार दिल्ली-भोपाल के चक्कर लगाने वाले बेचारे विधायक जी के हाथ अंत मे कुछ लगा तो सिर्फ निराशा... इसलिए कहा गया है शीशा हो या दिल हो.. आखिर टूट जाता है...


अंदर से टूट चुके बेचारे विधायक जी मंत्री की कुर्सी की लालसा लिए भोपाल में हफ्ते भर डेरा जमाए रहे..समय बीत रहा था उम्मीदे बढ़ रही थी उधर दिल्ली में बैठे कुछ राजनेताओ ने भी फोन पर दिलाशा दे दी थी... लगभग सब तय था समर्थकों में भारी उत्साह का माहौल था ,शोशल मीडिया पर समर्थक लड्डू,पटाखे तैयार कर लिए थे...विधायक जी भी फोन के इंतजार में मोबाइल लिए रात बिता दिए लेकिन विधायक और समर्थकों के दिल के अरमानो पर शिव ने उस वक्त पानी फेर दिया जब देर रात सभी विधायकों को फ़ोन आया लेकिन रामलल्लू वैश्य की मोबाइल पर कोई जानकारी नही आई। हालांकि विधायक में आस्था रखने वाले देर रात तक हाल-चाल लेते रहे किसे पता था अगली सुबह इतनी मनहूसियत भरी होगी...गनीमत यह रही कि विधायक जी का विराट ह्रदय है वही कही इनकी जगह कमजोर व्यक्ति रहता तो राम-नाम हो जाता....


हालांकि बड़े बुजुर्गों ने सही ही कहा है जो होता है अच्छा होता है हमे तो लगता है अच्छा हुआ कि मंत्री नही बने...? विधायक है तो लोग इन्हें इतना तंग किये है... कभी एक केले के साथ फोटो डालेंगे तो कभी शोशल मीडिया पर पहेलियां बुझायेंगे की कौन विधायक है जिसकी कोई नही सुनता...कभी रोजगार को लेकर सैकड़ो की भीड़ में बेइज्जत करेंगे... इतना कम है जो मन्त्री बनकर और जी का जंजाल पाले... अभी तो सिंगरौली के लोग इस तरह कर रहे है मंत्री बनने के बाद तो पूरा प्रदेश पीछे पड़ जाता। और इस उम्र में विधायक जी का इतना झेल पाना संभव नही है...ईश्वर का दिया हु सबकुछ अथाह है..


 


खैर एक बात और है यदि मंत्री बनाया जाता तो अन्य चीजों के बारे में मैं नही जानता लेकिन ये जरूर जनता हु की मेंढौली सहित आस पास के गांवों का मुआवजा एक बार पुनः वितरित होता..ख़ैर इन सब बातों पर इतना गहन चिंतन करने का अब कोई मतलब भी नही... विधायक जी इतने बुरे भी नही जितना लोगो ने शोशल मीडिया पर फैला रखी है लेकिन एक बात तो है जो इनके कर्ताधर्ता(माँ लक्ष्मी के उपासक, उत्तराधिकारी) है अभी से ही फोन नही उठाते फिर मंत्री बनने के बाद तो भगवान ही मालिक है।


 


हालांकि परेशान होने की आवश्यकता नही है..धैर्य रखें...आप शिव (भगवान) के उपासक है...उपचुनाव है कइयों का विकेट गिरने वाला है...? मौका मिल सकता है...?


 


जब अपनो ने ही दगा कर दिया फिर गैरो से कैसी शिकायत..?


अंत मे सबको मुफ्त की सलाह देता दू, अब आप विधायक ठहरे आपको क्या सलाह हु..दुनिया भर की सलाह मदद लेने लोग आपके पास आते है लेकिन फिर भी बस इतना कहना चाहूंगा..की थोड़ा लक्ष्मी के उपासको (उत्तराधिकारियों) को समझा दीजिये की इतना अहंकार ठीक नही है..मैं ये भी जनता हु की वे आपकी सुनने वाले नही है...।


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 अनोखी आवाज न्यूज़


✍🏻... नीरज द्विवेदी @खरी-खरी