20 हजार रुपये का मामला,सुनील सिंह की मनमानी आई सामने
अनोखी आवाज सिंगरौली। नाम तो राजीव गांधी कॉलेज लेकिन संचालक का काम नाम के ठीक विपरीत है। बेवजह की हठधर्मिता,सरहंगता के कारण स्वर्गीय राजीव गांधी का भी नाम मटिया मेट करने में लगे है। मामला बिलौजी स्थित राजीव गांधी कॉलेज का है जहाँ डायरेक्टर सुनील सिंह की मनमानी का खामियाजा बेवहज एक शिक्षिका को भुगतना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नौगढ़ निवासी रिंकू विश्वकर्मा जो बिलौजी स्थित राजीव गांधी कॉलेज में बतौर शिक्षक करीब 6 महीने तक कार्य की लेकिन जब वेतन देने की बारी आई तो संचालक महोदय द्वारा तारिख पर तारीख दिया जाने लगा जहा परेशान शिक्षका ने कोतवाली थाने में आवेदन देकर पैसे दिलाने की गुहार लगाई है।
अपनी आदतों से बाज नही आ रहे संचालक
बच्चों को शिक्षा देने वाले शिक्षकों का शोषण करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें साफ-साफ कॉलेज संचालक की लापरवाही और दबंगई सामने आई है। लेकिन ना जाने संचालक महोदय कब ऐसे कृत्य करना छोड़ेंगे। बताया जाता है कि कुछ महीने पहले बरगवां निवासी शिक्षिका भी अपने पैसे पाने के लिए कई जगह आवेदन के माध्यम से गुहार लगाई थी और कुछ महीनों बाद पुनः ऐसा मामला आप सबके सामने देखने को मिला।
नाम बड़े दर्शन छोटे..पैसे नही देने होते तो फिर शिक्षक क्यो
संचालक महोदय जब वेतन देने की हैसियत नही है तो फिर जी का जंजाल क्यो पालते है...? आखिर ये शिक्षक आपके सहारे है लेकिन अहम समय पर आप इनके साथ खड़े न होकर पुलिस कोर्ट कचरी के चक्कर लगाने के लिए मजबूर कर देते है। ऐसे कृत्यों से अपनी तो बेज्जती करवाते ही है लेकिन कॉलेज के नाम से जुड़े उस व्यक्ति के नाम का भी मटिया मेट करने में लगे है जो देश के लिए अनेको आहुति दी।
शेष अगले अंक में...